स्पीड न्यूज़ भारतवर्ष : पर्यावरण और सामाजिक सेवा के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को दर्शाते हुए,देवघर की प्रियंशी जायसवाल ने अपने 18वें जन्मदिन को एक सार्थक और प्रेरणादायक कार्य से मनाया। उन्होंने AIIMS, देवघर में प्रोजेक्ट वसुंधरा (AIIMS में 75,000 पौधों के रोपण एवं संरक्षण का मिशन) के तहत पांच पौधे लगाए और सदर अस्पताल, देवघर में एक गंभीर मरीज की जान बचाने के लिए रक्तदान किया।
प्रोजेक्ट वसुंधरा की शुरुआत 2021 में रोटरी क्लब ऑफ देवघर के तहत पियूष जायसवाल (निदेशक, रोटरी क्लब ऑफ देवघर) के मार्गदर्शन में की गई थी। पिछले चार वर्षों में यह पहल सफलतापूर्वक फलीभूत हुई, और रोपित पौधे 15 से 20 फीट ऊंचे वृक्षों में परिवर्तित हो चुके हैं। इस परियोजना के दीर्घकालिक प्रभाव को सुनिश्चित करने के लिए अगले चार वर्षों तक इन पेड़ों का संवर्धन जारी रहेगा।
अपनी खुशी व्यक्त करते हुए पियूष जायसवाल ने कहा की वे प्रकृति और सामाजिक सेवा के प्रति समर्पित रही है। अपने 18वें जन्मदिन पर पर्यावरण संरक्षण में योगदान देना वास्तव में प्रेरणादायक है।
*18वें जन्मदिन पर जीवन बचाने का संकल्प*
प्रियंशी जायसवाल ने सिर्फ पेड़ लगाने तक ही सीमित नहीं रखा, बल्कि उन्होंने पहली बार सदर अस्पताल, देवघर में एक गंभीर मरीज, राधिका कुमारी, को रक्तदान भी किया, जो डॉ. सिम्मी कुमारी की देखरेख में भर्ती थी। यह मरीज और उसका परिवार तीन दिनों से एक उपयुक्त रक्तदाता की तलाश कर रहे थे, और जैसे ही प्रियंशी 18 वर्ष की हुई और रक्तदान के लिए योग्य बनी, उसने बिना किसी हिचकिचाहट के आगे बढ़कर मदद की।
अपने पिता पियूष जायसवाल, वाइस चेयरमैन, इंडियन रेड क्रॉस सोसाइटी, देवघर के पदचिन्हों पर चलते हुए, प्रियंशी वर्षों से रक्तदान करने की इच्छा रखती थी। एक आजन्म सदस्य के रूप में, उन्होंने एक बार फिर रेड क्रॉस सदस्यों की नि:स्वार्थ सेवा भावना को चरितार्थ किया।
डॉक्टर बनने की इच्छुक प्रियंशी का मानना है कि मानवता की सेवा करना ही सबसे बड़ा धर्म है। पर्यावरण संरक्षण और सामाजिक सेवा के प्रति उनकी निष्ठा युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत है।