केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (CDSCO) ने 53 दवाओं को गुणवत्ता परीक्षण में असफल कर दिया है। इनमें बीपी, डायबिटीज और विटामिन संबंधी दवाएं शामिल हैं।
विवरण
– दवाओं में दर्द दूर करने वाली दवा डिक्लोफेनेक, बुखार उतारने वाली दवा पैरासिटामोल और एंटीफंगल मेडिसिन फ्लुकोनाजोल शामिल हैं।
– ये दवाएं देश की कई बड़ी फार्मास्युटिक्लस कंपनी बनाती हैं।
– क्वालिटी टेस्ट में ये मेडिसन फेल हो गई है और उनको सेहत के लिए खतरनाक बताया गया है।
– सरकार ने लोगों को सलाह दी है कि इन दवाओं के स्थान पर दूसरी दवाओं को यूज करें।
प्रतिबंधित दवाएं
– ग्लूकोएमाइलेज
– पेक्टिनेज
– एमाइलेज
– प्रोटीएज
– अल्फा गैलेक्टोसिडेज
– सेल्युलेस
– लाइपेज
– ब्रोमेलैन
– जाइलेनस
– हेमिकेल्यूलेस
– लैक्टेज
– बीटा-ग्लूकोनेज
– माल्ट डायस्टेज
– इनवर्टेज
– पापेन
सरकार की सलाह
– सरकार ने लोगों को सलाह दी है कि वे इन दवाओं का उपयोग न करें।
– सरकार ने ड्रग्स एडवाइजरी बोर्ड की सिफारिशों के बाद यह फैसला लिया है।
गौरतलब है कि कुछ दिनों पहले भी सरकार ने 156 फिक्स डोज दवाओं को बैन किया था। उन दवाओं को भी स्वास्थ्य के लिए हानिकारक बताया गया था। तब सरकार ने ड्रग्स एडवाइजरी बोर्ड की सिफारिशों के बाद यह फैसला लिया था। फिक्स डोज दवाएं यानी एफडीसी वो दवा होती है जिसमें एक ही गोली में एक से ज्यादा दवा मिलाई जाती है उनको इनको खाने से तुरंत आराम भी मिल जाता है।