डिजिटल डेस्क। जमशेदपुर : बर्मामाइंस के कैलाशनगर और लाल बाबा फाउंड्री के मकानों और दुकानों को तोड़े जाने के टाटा स्टील के फैसले का लोग विरोध कर रहे है और इसे लेकर मशाल जुलूस भी निकाल रहे है। इसे लेकर पूर्व सांसद सह कांग्रेस के वरिष्ठ नेता डा. अजय कुमार भी आज लोगों से मुलाकात करने पहुंचे। उन्होंने पूरे इलाके का दौरा किया। उन्होंने वहां के गोदाम मालिकों से मुलाकात कर पूरी स्थिति को समझा। मौके पर उन्होंने कहा कि उपायुक्त सहित वरीय पदाधिकारियों से बात हुई है।
मुख्यमंत्री ने भी आश्वस्त किया है कि अभी गोदाम व घर नहीं टूटेंगे। लेकिन इसके लिए हमें कानूनी लड़ाई लड़नी होगी। इसमें उनका पूरा सहयोग रहेगा। बातचीत के क्रम में उन्होंने कहा कि यह जानना सबसे ज्यादा जरूरी है कि आज यह स्थिति क्यों पैदा हुई। इसके लिए जिम्मेवार कौन है। उन्होंने कहा कि जब रघुवर दास ने 86 बस्तियों को लीज से बाहर कराया था तो इस एरिया को लीज से बाहर क्यों नहीं करवाया। यदि लाल बाबा पाउंड्री लीज से बाहर होती तो कानूनी लड़ाई में हमारा पक्ष मजबूत रहता। लेकिन भाजपा औऱ ऱघुवर दास ने सभी 86 बस्तियों को तो लीज से बाहर करा दिया, लेकिन लाल बाबा फाउंड्री को लीज में ही छोड़ दिया, जिसके कारण यह स्थिति पैदा हुई है। क्या विधायक सरयू राय को पांच वर्षों में एक बार भी इनकी याद आयी। अब वे घड़ियाली आंसू बहा रहे हैं। अजय कुमार ने आरोप लगाया कि सरयू राय भी तो उसी पाठशाला के विद्यार्थी हैं। लाल बाबा फाउंड्री के लोग परेशान हैं और भाजपा के लोग परिवर्तन रैली में व्यस्त हैं। कोई भाजपा नेता का बयान तक नहीं आया इसके संबंध में।
बता दें कि बर्मामाइंस लाल बाबा फाउंड्री की ज़मीन टाटा स्टील की है। जिसे लीज पर दिया गया था। जिसे लेकर 2006 से विवाद चल रहा था। अब लाल बाबा फाउंड्री कोर्ट में केस हार गया है और अब टाटा स्टील लीज पर दी गयी 70 डिसिमिल से अधिक ज़मीन पर अपना कब्जा लेगी। इसके लिए वहां बसे 125 से अधिक दुकानों और मकानों को तोड़ा जाना है। जिसका कारोबारी और स्थानीय निवासी विरोध कर रहे है और उनके समर्थन में नेताओं का आना-जाना भी लगा है। जिससे लोगों को दुकान और मकान नहीं तोड़े जाने का आश्वासन मिला है।