मिरर मीडिया संवाददाता, धनबाद: भारतीय रेलवे और वेबटेक के संयुक्त उद्यम, वेबटेक लोकोमोटिव प्राइवेट लिमिटेड, ने मढ़ौरा संयंत्र से 2025 से अफ्रीकी देशों को इवोल्यूशन सीरीज़ के लोकोमोटिव का निर्यात शुरू करने की योजना बनाई है। यह पहली बार होगा जब मढ़ौरा संयंत्र से किसी वैश्विक ग्राहक को निर्यात के लिए लोकोमोटिव का निर्माण किया जाएगा।
मढ़ौरा संयंत्र अफ्रीका को ES43ACmi इवोल्यूशन सीरीज के लोकोमोटिव की आपूर्ति करेगा। यह 4,500 हॉर्सपावर क्षमता का लोकोमोटिव है, जो उच्च तापमान में भी बेहतरीन ईंधन दक्षता और प्रदर्शन प्रदान करता है। यह निर्यात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के “आत्मनिर्भर भारत” के दृष्टिकोण के अंतर्गत “मेक इन इंडिया” और “मेक फॉर द वर्ल्ड” पहल के तहत भारत को एक वैश्विक विनिर्माण केंद्र के रूप में स्थापित करने में सहायक होगा।
इस परियोजना से न केवल भारत की अंतरराष्ट्रीय पहचान को मजबूती मिलेगी, बल्कि स्थानीय आपूर्तिकर्ताओं की भागीदारी भी बढ़ेगी और मढ़ौरा क्षेत्र में दीर्घकालिक रोजगार के अवसर उत्पन्न होंगे। इसके अलावा, यह संयंत्र अब स्टैंडर्ड-गेज लोकोमोटिव का भी निर्यात करने में सक्षम होगा।
रेल मंत्रालय और वेबटेक के बीच सफल सार्वजनिक-निजी साझेदारी के परिणामस्वरूप मढ़ौरा संयंत्र ने भारतीय रेलवे के लिए अब तक 650 लोकोमोटिव का निर्माण किया है। यह संयंत्र 2018 में स्थापित किया गया था और वर्तमान में लगभग 600 लोगों को रोजगार दे रहा है। सालाना 100 लोकोमोटिव के निर्माण की क्षमता वाले इस संयंत्र ने बिहार में औद्योगिक गतिविधियों को भी नई गति प्रदान की है।
मढ़ौरा संयंत्र का निर्यात शुरू होने से भारत की अर्थव्यवस्था और औद्योगिक क्षेत्र को व्यापक लाभ होगा, वहीं अफ्रीका को उच्च गुणवत्ता वाले भारतीय लोकोमोटिव प्राप्त होंगे।