डिजीटल डेस्क। मिरर मीडिया: झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता चंपई सोरेन के जिलिंगगोड़ा स्थित घर के बाहर तैनात सुरक्षाकर्मियों को राज्य सरकार के आदेश पर हटा लिया गया है। इसके साथ ही उनके पुत्र बाबूलाल सोरेन और प्रेस सलाहकार धर्मेंद्र गोस्वामी उर्फ चंचल को दी गई सुरक्षा भी वापस ले ली गई है। हालांकि, चंपई सोरेन की निजी सुरक्षा में कोई बदलाव नहीं किया गया है और उनके दौरों के दौरान अंगरक्षक उनके साथ तैनात रहें।
सुरक्षा हटाने से ग्रामीणों में आक्रोश
राज्य सरकार के इस निर्णय के बाद ग्रामीणों में खासा गुस्सा है। स्थानीय लोगों का कहना है कि चंपई सोरेन एक जमीनी नेता हैं और झारखंड के अलग राज्य आंदोलन में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही है। ऐसे नेता के प्रति राज्य सरकार का यह रवैया अशोभनीय है। ग्रामीणों ने मांग की है कि उनके घर के बाहर से हटाई गई सुरक्षा को फिर से बहाल किया जाए।
कोल्हान क्षेत्र में भाजपा को होगा लाभ
बता दें कि 30 अगस्त को चंपई सोरेन के भाजपा में शामिल होने के बाद से राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं। भाजपा के इस कदम को विधानसभा चुनाव से पहले एक बड़ा मास्टर स्ट्रोक माना जा रहा है। चंपई सोरेन कोल्हान क्षेत्र के प्रभावशाली नेता हैं और उनके भाजपा में आने से पार्टी को आगामी चुनावों में कुछ सीटों पर बढ़त मिलने की उम्मीद है।
यहां पढ़े अन्य खबरें–
- खबरें और भी हैं mirrormedia.co.in पर सीधे भी जाकर पढ़ सकते हैं, आप हमसे जुड़ सकते हैं Facebook, Instagram, X अपने सुझाव या खबरें हमें mirrormedia2019@gmail.com पर भेजें।