Dhanbad जेल में गैंगस्टर अमन की हत्या का आरोपी सुंदर महतो उर्फ रितेश यादव को अब जल्द ही बरमसिया बाल संप्रेक्षण गृह से निकालकर वापस धनबाद मंडलकारा भेजा जाएगा। कोर्ट ने इसे लेकर अनुमति भी दे दी है।
रितेश को बाल संप्रेक्षण गृह से मंडल कारा धनबाद शिफ्ट कर दिया जायेगा
रितेश यादव ने कोर्ट में गलत प्रमाण पत्र देकर खुद को नाबालिग बताया था। उसके बाद उसे बरमसिया बाल संप्रेक्षण गृह भेज दिया गया। बाद में CID द्वारा कोर्ट में रितेश यादव का सही प्रमाण पत्र प्रस्तुत किया गया जिसके आधार पर उसे वापस धनबाद जेल भेजने की अनुमति दी गयी है। अब उसे एक-दो दिन के अंदर बाल संप्रेक्षण गृह से मंडल कारा धनबाद शिफ्ट कर दिया जायेगा।
फर्जी आधार कार्ड बनवाकर खुद को नाबालिग साबित किया
बता दें कि कि आरोपी सुंदर महतो उर्फ रितेश यादव ने नाबालिग होने का लाभ उठाने के उद्देश्य से फर्जी आधार कार्ड बनवाया और इसी के आधार पर खुद को नाबालिग भी साबित कर लिया था। पर जांच के बाद सही उम्र पता चला और कोर्ट ने उसे बालिग मानकर वापस मंडल कारा भेजने का आदेश दिया है।
रितेश के घर से मिले आधार कार्ड के तहत उसे बालिग ठहराया गया
वहीं पुलिस ने जब यूपी के प्रतापगढ़ निवासी रितेश के घर में छापामारी की थी तो उसके घर से मिले आधार कार्ड में जन्मतिथि 15 जुलाई 2002 दिया था। इसी आधार कार्ड के आधार पर उसे बालिग ठहराया गया और उसे वापस जेल भेज दिया गया।
अमन सिंह की हत्या का जुर्म रितेश ने कुबूल किया
गौरतलब है कि तीन दिसंबर 2023 को धनबाद जेल में बंद गैंगस्टर अमन सिंह अस्पताल में सोया हुआ था। इस दौरान जेल के अंदर ही रितेश यादव उर्फ सुंदर महतो को हथियार उपलब्ध कराया गया था, जिसे लेकर रितेश अस्पताल में घुसा और गोली मारकर अमन सिंह की हत्या कर दी थी। हत्या के बाद पुलिस ने जेल में छापामारी की और रितेश पकड़ा गया था। पुलिस ने उसे रिमांड पर लेकर पूछताछ की और उसने अपना जुर्म भी कबूल लिया था।