मिरर मीडिया संवाददाता, धनबाद: धनबाद जिले के कालूबथान ओपी प्रभारी राजीव प्रकाश पर धनबाद के वरीय पुलिस अधीक्षक एसएसपी हृदीप पी जनार्दनन ने सख्त कार्रवाई करते हुए लाईन क्लोज कर दिया है। यह कदम कई मामलों में बरती जा रही अनियमितता के बाद उठाया गया है। ओपी प्रभारी पर कांडों के उद्वेदन में अनियमितता, शिकायत दर्ज करने में टालमटोल, और बड़ी घटनाओं को छोटी घटनाओं के रूप में दिखाने के गंभीर आरोप लगे थे। ग्रामीण एसपी की जांच रिपोर्ट के आधार पर एसएसपी ने यह निर्णय लिया।
कांडों के उद्वेदन में अनियमितता और शिकायत दर्ज करने में देरी:
जानकारी के अनुसार, कालूबथान ओपी प्रभारी राजीव प्रकाश पर लगातार ऐसे आरोप लगते आ रहे थे, जिनमें वे दर्ज शिकायतों को गंभीरता से नहीं लेते थे। कई मामलों में प्राथमिकी दर्ज करने में अनावश्यक देरी की शिकायतें प्राप्त हुई थीं। साथ ही, बड़ी घटनाओं को छोटी घटनाओं के रूप में दर्शाने के प्रयास भी सामने आए थे, जिससे पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठ रहे थे। एसएसपी नें शिकायतों की जांच का जिम्मा ग्रामीण एसपी को सौंपा था, जिन्होंने अपनी रिपोर्ट सौंप दी, जिसके बाद यह कार्रवाई की गई।
बिजली केबल चोरी में JE का सहयोग नहीं:
इस पूरे मामले में एक और बड़ी घटना तब सामने आई जब कुछ महीने पहले बिजली विभाग के केबल चोरी की घटना हुई थी। इस मामले में भी ओपी प्रभारी राजीव प्रकाश पर लापरवाही के आरोप लगे थे। विद्युत विभाग के जूनियर इंजीनियर (JE) ने आरोप लगाया था कि ओपी प्रभारी ने मामले में सहयोग नहीं किया और प्राथमिकी दर्ज करने में देरी की, जिससे चोरी का समाधान नहीं हो सका।
पूर्व विधायक अरुप चटर्जी नें भी की थी शिकायत:
निरसा के पूर्व विधायक अरुप चटर्जी ने भी ओपी प्रभारी के खिलाफ जलापूर्ति योजना के पाइप चोरी मामले में शिकायत की थी। उन्होंने एसएसपी से ओपी प्रभारी पर कार्रवाई की मांग करते हुए आरोप लगाया था कि वह इस मामले में लापरवाही बरत रहे हैं। फिलहाल इस मामले की जांच जारी है और जांचोंपरांत आरोप साबित होने पर कार्रवाई की जाएगी।
लगातार मिल रही थीं शिकायतें:
कालूबथान ओपी प्रभारी के खिलाफ शिकायतों का सिलसिला लंबे समय से जारी था। ग्रामीण क्षेत्रों में बढ़ते अपराधों और शिकायतों की अनदेखी से स्थानीय लोगों में भी नाराजगी थी।
धनबाद एसएसपी द्वारा की गई इस कार्रवाई से स्पष्ट संकेत मिले हैं कि पुलिस विभाग में लापरवाही और अनियमितता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। SSP ने कहा कि मामले में लापरवाही बरतने वाले पुलिसकर्मियों और दोषियों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे।
इस घटना से पुलिस प्रशासन के अन्य अधिकारियों पर भी जिम्मेदारियों को गंभीरता से निभाने का दबाव बढ़ गया है, ताकि जनता की शिकायतों का समय पर और सही समाधान हो सके।