रांची पशु चिकित्सा महाविद्यालय में स्नातक स्तर के प्रशिक्षण पाने वाले छात्रों का हड़ताल जारी है। इंटर्नशिप अवधि के दौरान मिलने वाली न्यूनतम भत्ता 3000 रूपये को बढ़ाकर 15000 की मांग को लेकर अनिश्चित कालिन हड़ताल पर हैं। उनका आरोप है कि यहां के छात्रों को इंटर्नशिप अवधि के दौरान भत्ता के रूप में मात्र ₹3000 (ICAR के द्वारा ) प्रति माह जो केवल 6 माह के लिए प्रदान किया जाता है ओर पिछले 4 वर्षों से राज्य सरकार के द्वारा एक बार भी भत्ता प्रदान नहीं किया गया है।
वर्ष 2016 में भारतीय पशु चिकित्सा परिषद ने पशु चिकित्सा महाविद्यालय के छात्रों को इंटर्नशिप अवधि को बढ़कर एक साल कर दिया गया जो की मेडिकल इंटर्न के अवधि के समान है जो पहले 6 महीना का होता था। परंतु विश्वविद्यालय के द्वारा अभी भी छात्रों को मात्र 6 महीने का ही इंटर्नशिप भत्ता मिलता है। जो कि देखा जाए तो प्रतिदिन के हिसाब से मात्र ₹49.31 प्राप्त होता है।
हालांकि भारतीय पशु चिकित्सा परिषद नई दिल्ली ने अपने वर्ष 2021 के द्वारा समस्त प्रदेशों एवं केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्य सचिव / प्रमुख सचिव पशुधन / पशुपालन विभाग से अनुरोध किया गया था कि BVSc & AH डिग्री स्नातको को इंटर्नशिप भत्ता MBBS स्नातक छात्रों के बराबर दिए जाए।
बता दें कि झारखंड राज्य के पशु चिकित्सा इंटर्न विद्यार्थियों को दिए जाने वाले भत्ते की तुलना में अन्य राज्यों में इससे बढ़कर भुगतान किया जाता है। परंतु रांची पशु चिकित्सा महाविद्यालय के उन्नत सहायता राशि लगभग 10 वर्ष पूर्व संशोधित किया गया था। इसके संदर्भ में हमने कई बार अपने कॉलेज एवं यूनिवर्सिटी से अनुरोध किया परंतु इस विषय में हमें कोई भी संतोष जनक प्रतिक्रिया नहीं मिली।
इधर छात्रों ने पशु चिकित्सा इंटर्न छात्रों को भत्ते के रूप में राज्य सरकार द्वारा मिलने वाली सहायता राशि को बढ़ाकर 15 हजार रूपये करने की मांग की है। जिसमें प्रति माह 12 महीने की अवधि के लिए प्रदान की जाए और यह जनवरी 2024 से शीघ्र प्रभाव से लाया जाए।
आवेदन देते हुए मांग की है कि बैच 2016-17 से जो भी बकाया राशि है उसे विद्यार्थियों को दिया जाए। जबकि PG प्रथम वर्ष भत्ता 8 हजार प्रति माह और PG द्वितीय वर्ष भत्ता 8500 प्रति माह किया जाए।