डिजिटल डेस्क। जमशेदपुर : स्वच्छ भारत मिशन की 10वीं वर्षगांठ के मौके पर स्वच्छता अभियान 17 सितम्बर से 1 अक्तूबर तक आयोजित होगी। स्वच्छता ही सेवा अभियान की थीम आधारित ‘स्वभाव स्वच्छता – संस्कार स्वच्छता’ होगी। अभियान 2 अक्टूबर महात्मा गांधी की जयंती पर संपन्न होगा। उप विकास आयुक्त मनीष कुमार ने बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा स्वच्छता अभियान में इस वर्ष अधिक से अधिक जन-भागीदारी पर और स्थानीय निकायों की भागीदारी पर जोर दिया गया है। अभियान के दौरान जन-जन को स्वच्छता अपने व्यवहार में आत्मसात करने के लिए प्रेरित करने के साथ साथ हर स्तर पर गतिविधियां संचालित की जायेगी। ‘स्वच्छता ही सेवा’ अभियान को प्रभावी बनाया जायेगा।
इस वर्ष “स्वच्छता ही सेवा अभियान” के तीन प्रमुख केन्द्र बिन्दु होंगे। इनमें जन-भागीदारी, जागरूकता और एडवोकेसी, अभियान का दूसरा स्तंभ स्वच्छता के लिये श्रमदान और स्वच्छता लक्षित इकाई का कायाकल्प। इस थीम पर उन जगहों को चिन्हित किया जायेगा। जहां लंबे समय से स्वच्छता पर विशेष ध्यान नहीं दिया गया है। ऐसे स्थानों पर पार्क, पाथ-वे और
सार्वजनिक जगहों पर विशेष अभियान संचालित की जाएगी।
अभियान के तीसरे स्तंभ के रूप में सफाई कार्य में लगे सफाई मित्रों के स्वास्थ्य जांच एवं सामाजिक सुरक्षा सहित उन्हें कल्याणकारी योजनाओं से जोड़ने के लिए प्रयास किया जायेगा।
“स्वच्छता ही सेवा अभियान” के दौरान स्थानीय स्तर पर जन-प्रतिनिधियों की उपस्थिति में नागरिकों को स्वच्छ भारत बनाने के लिये शपथ दिलाई जायेगी। छात्रों और युवाओं की भागीदारी के साथ स्वच्छता पर केन्द्रित गीत, नृत्य, प्रश्नोत्तरी, काव्य पाठ और नुक्कड़ नाटक विभिन्न स्थानों पर आयोजित किये जायेंगे। प्रदेश के विभिन्न स्थानों पर नागरिकों और विशेषज्ञों की उपस्थिति में अपशिष्ट प्रबंधन, संपूर्ण स्वच्छता और वेस्ट टू आर्ट पर केंद्रित कार्यशाला आयोजित होंगी। अभियान के दौरान स्वच्छता पर केंद्रित “स्लोगन” लेखन के कार्यक्रम भी होंगे, सरकारी कार्यालय और सार्वजनिक स्थलों पर साफ-सफाई पर विशेष कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे। स्थानीय स्तर पर अपशिष्ट संग्रहण का विशेष अभियान चलेगा। प्रमुख नदियों तटों के साथ पर्यटन स्थलों पर विशेष सफाई कार्यक्रम भी होंगे। इसके अलावा नागरिकों में जागरूकता लाने के लिये विभिन्न स्थानों पर रैली भी आयोजित की जायेगी।
स्वच्छता लक्षित इकाई पर गतिविधियां
अभियान में ऐसे स्थानों को चिन्हित किया जायेगा, जहां सफाई की विशेष आवश्यकता है। वहां पर नागरिकों की सुविधा के लिये विशेष कार्य किये जाने पर निर्णय लिये जायेंगे। ‘एक पेड़ मां के नाम’ महत्वाकांक्षी कार्यक्रम में पौध-रोपण के कार्यक्रम भी आयोजित होंगे। उन स्थानों इनमें सार्वजनिक शौचालय मरम्मत पर विशेष ध्यान दिया जायेगा। सामुहिक सफाई कार्य में भागीदारी बढ़ाने के लिये स्वयं-सेवियों की पहचान, औद्योगिक समूहों की भागीदारी और श्रेष्ठ कार्य करने वालों का नागरिकों की उपस्थिति में सम्मान किया जायेगा।