डिजिटल डेस्क। मिरर मीडिया: बीसीसीएल के ब्लॉक टू एरिया अंतर्गत एबीओसीपी माइंस में कार्यरत डम्फर ऑपरेटर जितेंद्र कुमार की मौत के बाद आश्रित के परिजनों द्वारा नियोजन और मुआवजे की मांग को लेकर श्रमिक संगठनों ने काम ठप कर दिया। आंदोलन की स्थिति को देखते हुए प्रशासन ने तत्परता से कार्रवाई की और आंदोलन को समाप्त करवा दिया।
जितेंद्र कुमार की मृत्यु के बाद एबीओसीपी माइंस का उत्पादन ठप
जितेंद्र कुमार की मौत के बाद उनके परिजनों, केंद्रीय श्रमिक संगठन के प्रतिनिधियों और स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने शव को 14 नंबर हाजरी घर के पास रखकर एबीओसीपी माइंस का उत्पादन संप्रेषण ठप्प कर दिया। परिवार ने तत्काल औपबंधिक नियोजन और अन्य देय राशियों की भुगतान की मांग की। इस मुद्दे की जानकारी क्षेत्रीय और मुख्यालय प्रबंधन के अधिकारियों को दी गई। उच्च अधिकारियों के निर्देश पर आश्रित की पत्नी प्रतिमा देवी के औपबंधिक नियोजन और अन्य सभी देय राशियों के भुगतान पर सहमति बनी।
स्वास्थ्य बिगड़ने के बाद मौत
जितेंद्र कुमार के स्वास्थ्य में अचानक खराबी आ गई थी, जिससे उन्हें तुरंत केंद्रीय चिकित्सालय धनबाद ले जाया गया। वहां से उन्हें बेहतर इलाज के लिए अशर्फी अस्पताल रेफर किया गया, जहां इलाज के दौरान शनिवार को सुबह करीब साढ़े छह बजे उनकी मृत्यु हो गई।
समझौता वार्ता में शामिल अधिकारी और प्रतिनिधि
समझौता वार्ता में बीसीसीएल प्रबंधन की ओर से परियोजना पदाधिकारी टी. एस. चौहान, क्षेत्रीय कार्मिक प्रबंधक अनिल कुमार, क्षेत्रीय कार्मिक प्रशासन पी. के. झा, विकास कुमार सहित अन्य अधिकारी शामिल हुए। श्रमिक संगठनों की ओर से यूनाइटेड कॉल वर्कर्स यूनियन के अध्यक्ष शत्रुघ्न महतो, जनता मजदूर संघ के केंद्रीय उपाध्यक्ष गोपाल मिश्रा, किसान इस्पात मजदूर पंचायत के क्षेत्रीय सचिव गोपाल चंद्र गोप, सीतू के क्षेत्रीय सचिव नकुल महतो, भाजपा के प्रखंड अध्यक्ष राजू शर्मा और अन्य प्रतिनिधि शामिल रहें।
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