डिजिटल डेस्क। मिरर मीडिया: मध्य प्रदेश के महू में दो प्रशिक्षु सैन्य अधिकारियों (कैप्टन) सहित दो युवतियों के साथ हुई हिंसा और सामूहिक दुष्कर्म की घटना ने राजनीतिक तूफान खड़ा कर दिया है। इस मामले पर कांग्रेस ने एमपी की मोहन यादव सरकार की कानून व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठाए हैं। पूर्व सांसद राहुल गांधी, पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने इस मामले पर कड़ी प्रतिक्रियाएं दी हैं।
राहुल गांधी का भाजपा सरकार पर हमला
कांग्रेस के पूर्व सांसद राहुल गांधी ने इस अमानवीय घटना पर चिंता व्यक्त करते हुए एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, “मध्य प्रदेश में सेना के दो जवानों के साथ हिंसा और उनकी महिला साथी के साथ दुष्कर्म पूरे समाज को शर्मसार करने के लिए काफी है। भाजपा शासित राज्यों की कानून व्यवस्था लगभग अस्तित्वहीन है, और महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराधों पर भाजपा सरकार का नकारात्मक रवैया अत्यंत चिंताजनक है।”
राहुल गांधी ने आगे कहा, “अपराधियों की ये निर्भीकता प्रशासन की पूर्ण नाकामी का परिणाम है, और इस कारण देश में पनपता असुरक्षित वातावरण भारत की बेटियों की स्वतंत्रता और उनकी आकांक्षाओं पर बंदिश लगाता है। यह स्थिति न केवल समाज, बल्कि सरकार के लिए भी शर्मनाक है।”
कमलनाथ ने एमपी की कानून व्यवस्था को लेकर साधा निशाना
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भी इस घटना पर राज्य की मोहन यादव सरकार को कठघरे में खड़ा किया। उन्होंने अपने बयान में लिखा, “मध्य प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह समाप्त हो चुकी है। सेना के प्रशिक्षु अधिकारी तक सुरक्षित नहीं हैं। यह घटना पूरे प्रदेश को हिला कर रख देने वाली है। अपराधियों की बढ़ती हिम्मत और प्रदेश की जनता की त्रस्त स्थिति सरकार की नाकामी का प्रमाण है। मुख्यमंत्री मोहन यादव खुद गृह मंत्री भी हैं, लेकिन सेना तक असुरक्षित हो गई है तो आम जनता का क्या होगा?”
प्रियंका गांधी ने भी जताई चिंता
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने भी इस घटना पर अपनी तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, “महू में सेना के अधिकारियों को बंधक बनाना और युवती के साथ सामूहिक दुष्कर्म की घटना दिल दहलाने वाली है। देश में महिलाओं के खिलाफ हर दिन 86 बलात्कार और क्रूरता की घटनाएं हो रही हैं। प्रधानमंत्री जी महिला सुरक्षा को लेकर बड़े-बड़े दावे करते हैं, लेकिन महिलाएं अब भी असुरक्षा के साये में जी रही हैं। यह इंतजार आखिर कब खत्म होगा?”
महू की घटना: क्या है पूरा मामला?
महू में ट्रेनिंग के लिए आए एक प्रशिक्षु अधिकारी कौशल सिंह, निवासी बरेली (उत्तर प्रदेश), दो युवतियों के साथ जाम गेट पर घूमने गए थे। वहां 6 बदमाशों ने उन्हें घेर लिया। बदमाशों ने एक अधिकारी और युवती को 10 लाख रुपये लाने की धमकी दी, जबकि बाकी दोनों को बंधक बना लिया। इसके बाद बदमाशों ने युवती के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया।
घटना के बाद प्रशिक्षु अधिकारी ने पुलिस को सूचित किया, जिसके बाद पुलिस घटनास्थल पर पहुंची, लेकिन बदमाश वहां से फरार हो गए। पुलिस ने अब तक दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि चार अन्य की तलाश जारी है।
बता दें कि महू की यह घटना न केवल एक गंभीर आपराधिक कृत्य है, बल्कि राज्य की कानून व्यवस्था की स्थिति पर भी गहरे सवाल खड़े करती है। कांग्रेस नेताओं ने इस मामले को राजनीतिक रूप से भुनाने के साथ ही प्रदेश सरकार से जवाबदेही की मांग की है।
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