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Sunday, November 3, 2024

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दुगदा सहित चार कोल वाशरियों को लीज पर देगी BCCL : टेंडर प्रक्रिया जल्द शुरू

भारत कोकिंग कोल लिमिटेड अपनी चार कोल वाशरियों को लीज पर देने जा रही है। दुगदा कोल वाशरी के साथ इस मोनेटाईजेशन की शुरूआत की जाएगी। कोयला क्षेत्र की क्षमता को अधिकतम करने की रणनीति के तहत  कोयला मंत्रालय ने मोनेटाईजेशन की प्रक्रिया शुरू कि है। दुगदा कोल वाशरी को आगामी 20 सितंबर को निजी स्टील प्लांट को सौंपने की शुरुआत हो रही है।

21 सितंबर को कंपनी बोर्ड की बैठक

इसी क्रम में बीसीसीएल के सीएमडी समीरन दत्ता की अध्यक्षता में 21 सितंबर को कंपनी बोर्ड की बैठक में सुदामदीह वाशरी को लीज पर देने का प्रस्ताव पारित किया जा सकता है। उसके बाद टेंडर की प्रक्रिया शुरु की जाएगी। इन दोनों के बाद महुदा वाशरी एवं मधुबन कोल वाशरी के लिए मोनेटाईजेशन की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।

पुरानी वाशरियों मधुबन, महुदा, दुगदा एवं सुदामडीह को इस्पात निर्माण कंपनियों को दिया जाएगा लीज पर

बीसीसीएल की दुगदा कोल वाशरी को मोनेटाईजेशन की प्रक्रिया के तहत स्टील कंपनियों को देने की पुरी तैयारी कर ली है। कोल इंडिया की योजना के अनुशार इन चारों पुरानी वाशरियों मधुबन, महुदा, दुगदा एवं सुदामडीह को इस्पात निर्माण कंपनियों को ही लीज पर दिया जाएगा। चार चरणों में होने वाली बीसीसीएल की वाशरियों को मोनेटाईजेशन से कंपनी राजस्व मिलेगा वहीं वाशरी डिवीजन को घाटे से उबारने में मदद मिलेगी।

20 सितंबर को खुलेगा दुगदा कोल वाशरी का टेंडर

दुगदा कोल वाशरी को आगामी 20 सितंबर को निजी स्टील प्लांट को सौंपने की शुरुआत हो रही है। 20 सितंबर को ही दुगदा कोल वाशरी का टेंडर खुलेगा। मार्च माह में ही निजी कंपनियों ने दुगदा कोल वाशरी प्लांट के लीज के लिए टेंडर डाला था। बीसीसीएल वाशरी डिवीजन के महाप्रबंधक मो• सोहेल इकबाल ने जानकारी देते हुए बताया कि मोनेटाईजेशन होने से कोल इंडिया को अच्छा मुनाफा होगा।

बंद कोल वाशरियो को 25 वर्षो के लिए लीज पर देगी कोल इंडिया

कोल इंडिया बंद कोल वाशरियो को निजी स्टील प्लांट को 25 वर्षो के लिए लीज पर देगी। स्टील प्लांट कोल वाशरी का संचालन सिर्फ अपने स्टील प्लांट के लिए करेगी। उनको खुले बाजार में वाश कोल बेचने का अधिकार नहीं होगा. दुगदा कोल वाशरी के परियोजना पदाधिकारी एस के शर्मा ने भी बताया कि  वाशरी के मोनेटाईजेशन होने से बीसीसीएल को रेवेन्यू भी प्राप्त होगा। अभी दुसरे देशों से वाश कोल डालर में खरीदते हैं। अपने ही देश में  वाश कोल उत्पादन करेंगे जिससे दुसरे देशों की डालर की निर्भरता घटेगी। नयी टेक्नोलॉजी आएगी।

कोल वाशरी की उत्पादन क्षमता 2 मिलियन टन सलाना

बता दें कि दुगदा कोल वाशरी की स्थापना 1968 में की गयी थीं। इस कोल वाशरी की उत्पादन क्षमता 2 मिलियन टन सलाना है। पिछले चार वर्षों से इस प्लांट से उत्पादन बंद है। हालांकि आवश्यक सेवाओं के लिए यहां करीब 200 वाशरी कर्मी कार्यरत है। दुगदा वाशरी को 25 वर्षों के लिए इस्पात कंपनी को लीज पर देने की योजना बनाई गई है।

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