मिरर मीडिया संवाददाता धनबाद: सीएसआईआर-केंद्रीय खनन एवं ईंधन अनुसंधान संस्थान (सीएसआईआर-सिम्फर), धनबाद में सोमवार को हिंदी सप्ताह का समापन समारोह आयोजित किया गया। यह कार्यक्रम बरवा रोड स्थित संस्थान के सभागार में अपराह्न 3.30 बजे शुरू हुआ।
संस्थान के निदेशक, प्रोफेसर अरविंद कुमार मिश्रा ने इस अवसर पर अपने संबोधन में हिंदी भाषा की महत्ता पर जोर दिया। उन्होंने कहा, “हिंदी हमारे राष्ट्र की भाषा है और हमारी आत्मा का हिस्सा है। हिंदी भाषा के माध्यम से हमारी संस्कृति की झलक मिलती है। हमें अपने बच्चों में हिंदी के प्रति रूचि पैदा करनी चाहिए।” उन्होंने यह भी कहा कि हिंदी का जो स्थान भारत में होना चाहिए था, वह आज तक नहीं मिल पाया है। उन्होंने हिंदी भाषा की सरलता की भी सराहना की और कहा, “हिंदी का उच्चारण जैसा होता है, लिखना भी वैसा ही होता है, जो अंग्रेजी में नहीं है।” प्रो. मिश्रा ने अपील की कि हिंदी का प्रयोग केवल हिंदी सप्ताह या पखवाड़े तक सीमित न रहे, बल्कि यह प्रतिदिन के कामकाज का हिस्सा बने। उन्होंने वैज्ञानिक आलेखों को भी हिंदी में प्रकाशित करने पर जोर दिया और कहा कि तकनीक की सहायता से अब यह पहले से अधिक आसान हो गया है।

संस्थान के उत्कृष्ट वैज्ञानिक, डॉ. प्रदीप कुमार बैनर्जी ने कहा कि “भाषा व्यक्ति के परिचय और उसकी संस्कृति की पहचान होती है। हिंदी हमारी राष्ट्रीय भाषा होने के साथ-साथ विदेशों में भी हमारी पहचान है। जैसे अन्य देशों में लोग अपनी भाषा में अपनी पहचान व्यक्त करते हैं, वैसे ही हमें भी अपनी पहचान हिंदी भाषा में बनाए रखनी चाहिए।”हिंदी सप्ताह के दौरान आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों की जानकारी देते हुए संस्थान के प्रशासन नियंत्रक सह राजभाषा अधिकारी आलोक शर्मा ने प्रतियोगिताओं के सफल प्रतिभागियों के नामों की घोषणा की और कार्यक्रम में सहयोग करने वालों का धन्यवाद किया।
समारोह का संचालन शम्भूशरण मंडल, प्रशासनिक अधिकारी ने किया। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ, जिसमें संस्थान के प्रशासनिक अधिकारी सह राजभाषा प्रभारी कुमार राहुल, हिंदी अधिकारी साहाना चौधुरी और अनिमा महतो ने सक्रिय भागीदारी निभाई।